महापुरुष श्री अच्युतानंद दास जी के द्वारा लिखी मालिका की कुछ दुर्लभ पंक्तियाँ व तथ्य- त्रिभुवनपति भगवान कल्कि के द्वारा धर्म संस्थापना के समय तृतीय विश्व युद्ध के बाद भारत की जनसंख्या व परिस्थितियों के विषय में उड़ीसा के गुप्त ग्रंथ भविष्य मालिका में उल्लेख है… “अर्धरु अर्धे मरिबे भारतवर्षरे सब राज्य शून्य हेब जुद्ध गल परे।” अर्थात – तृतीय विश्व युद्ध के पश्चात भारत की वर्तमान कुल जनसंख्या की चौथाई जनसंख्या ही बचेगी, अर्थात भारत की कुल 140 करोड़ लोगों की जनसंख्या में से घट कर केवल 33 करोड़ जनसंख्या ही बच पायेगी। अच्युतानंद जी भविष्य मालिका में…
Author: Satyanarayan Srivastava
महापुरुष श्री अच्युतानंद दास जी के द्वारा रचित मालिका की कुछ दुर्लभ पंक्तियाँ व तथ्य- भक्तों के द्वारा श्रीभगवान से प्रश्न – प्रभु कलियुग के अंत समय मे हम आपको कैसे पहचानेंगे? तब महापुरुष अच्युतानंद जी मालिका के माध्यम से इस प्रश्न का उत्तर देते है … संसार मध्यरे केमन्त जानिबी नरअंगे देहबही। गता गत जे जुगरे मिलन समस्तंक जणको नाही।। देखो मानव तन के माध्यम से त्रिभुवन पति की पहचान आसान नही है। केवल अनुभव मार्ग के द्वारा प्रभु की पहचान संभव है। इस विषय पर दोबारा महापुरुष अच्युतानंदजी अपनी मालिका में लिखते हैं… अनुभवे ज्ञान प्रकाश होइबो अनुभव…
इस विडियो में पंडित काशीनाथ मिश्र-जी पवित्र स्थान मक्का-मदीना में युद्ध और तृतीय विश्व युद्ध की बात कर रहें हैं। महापुरुष अच्युतानंद जी ने 13 मुस्लिम देशों को एक दूसरे की मदद करने और भारत पर हमला करने के लिए हाथ मिलाने के बारे में लिखा था। ऐसे में विश्व युद्ध की स्थिति में समुद्र का पानी जगन्नाथ मंदिर में प्रवेश करेगा और 22वें चरण तक पहुंच जाएगा। मक्का-मदीना में युद्ध के परिणामस्वरूप कई मुस्लिम लोग मारे जाएंगे। कुछ समय बाद पाकिस्तान 13 मुस्लिम देशों और चीन की मदद से भारत पर हमला करने की योजना बनाएगा। समानांतर में, भविष्य…
पंडित काशीनाथ-जी प्राकृतिक आपदाओं और 13 मुस्लिम देशों के मिलन की बात करते हैं। कन्या भ्रूण हत्या, मातृ हत्या, गोहत्या, पशु वध, चोरी और डकैती जैसे कई पापों के कारण मानवता को प्रकृति माँ के क्रोध का सामना करना पड़ेगा। भूकंप और भीषण ठंड होगी। हिमालय क्षेत्र से लगातार 7 दिनों तक एक बेहद ठंडी हवा चलेगी और इससे भारत में कई जानवरों की मौत हो जाएगी, इस तबाही के तुरंत बाद 13 मुस्लिम देश एक दूसरे की मदद के लिए एकजुट मोर्चा बनाएंगे। मक्का मदीना में भी बड़ा युद्ध होगा। #पंडित श्री काशीनाथ मिश्र भागवत, रामचरित मानस और पंचसखा…
इस कड़ी में, पंडित काशीनाथ-जी ने महिलाओं के नैतिक पतन और समाज में नैतिक मूल्यों के पतन का उल्लेख किया है। कलियुग के अंत में, एक से अधिक पत्नी होना आम बात होगी और पत्नी अपने पति को धोखा देगी। वास्तव में, पत्नी के अन्य पुरुषों के साथ संबंध होंगे और वह अपने पति को मारने की योजना बनाएगी। वेश्यावृत्ति बढ़ेगी। पत्नी और पति के बीच संबंध स्थिर नहीं रहेंगे और तलाक की संख्या में वृद्धि होगी। महापुरुष अच्युतानंद ने भविष्य मलिका में इन पापों के बारे में लिखा था जो कलियुग के अंत का संकेत देते हैं। महाप्रभु कल्किराम…
पंडित काशीनाथ-जी कलियुग के अंत के दौरान उड़ीसा के श्री जगन्नाथ मंदिर में होने वाली विभिन्न घटनाओं का वर्णन करते हैं। अंतरिम कक्ष के अंदर आग लगेगी जहां रत्नसिंहासन रखा गया है। रत्न-सिंघासन से जुड़े कीमती पत्थरों की चोरी होगी। जगन्नाथ मंदिर के गुंबद से पत्थर गिरेगा और अरुणा स्तम्भ के ऊपर गिद्ध विराजमान होगा। मंदिर के शीर्ष पर धातु का पहिया (नीला चक्र) झुक जाएगा। भविष्य मलिका में वर्णित ये सभी घटनाएं हाल ही में घटित हो चुकी हैं। लोगों को भविष्य मलिका के संदेश को समझना चाहिए और सनातन-धर्म की शरण लेनी चाहिए। #पंडित श्री काशीनाथ मिश्र भागवत,…
इस वीडियो में पंडित जी कलियुग के अंत की ओर इशारा करने वाली विभिन्न घटनाओं के बारे में बात कर रहे हैं। बेमौसम भारी बारिश, पेड़ गलत मौसम में फल और फूल देंगे, कलियुग समाप्त होने पर अकाल मृत्यु, महामारी रोग, आत्महत्या और दुर्घटनाएँ होंगी। महापुरुष अच्युतानंद ने भविष्य मलिका में धर्म की बहाली और महाप्रभु के पुनर्जन्म के बारे में भक्तों को सूचित करने के लिए ऐसे संकेतों के बारे में लिखा था। भविष्य मलिका में जो कुछ लिखा है वह सत्य है और होगा। लोगों को अपने जीवन का तरीका बदलना चाहिए और खुद को बचाने के लिए…
महामुनि कपिल और महापुरुष अच्युतानंद दास जी के द्वारा लिखी कपिल संहिता और मालिका की कुछ दुर्लभ पंक्तियाँ व तथ्य- “बलराम हेबे राजा कान्हु परिचार, बसिब सुधर्मा सभा जाजनग्र ठार, वीणा बाहीन नारद मिलिबे छामुरे, वेद पढुथुबे ब्रह्मा अच्युत आगूरे।” अर्थात – जब सुधर्मा सभा बैठेगी तब उस सभा में स्वयं महामुनि नारदजी वीणा बजाते हुये गायन करेंगे तथा भगवान ब्रह्मा जी भी वहाँ वेदोच्चारण करेंगे एवं सभी देवी देवताओं के साथ वहाँ देवराज इंद्र भी उपस्थिति होंगे। उस अद्भुत सभा में जगतपति भगवान ! बलरामजी के रूप में राजा व सभा तथा विश्व के परिचालक के रूप में स्वयं…
महापुरुष श्री अच्युतानंददास जी व महापुरुष श्री शिशुअनन्त दास जी के द्वारा भविष्य मालिका में प्रभु के धरावतरण से जुड़ी कुछ दुर्लभ पंक्तियाँ एवं तथ्य- “कली थाउ-थाउ सत्य केहुदिन हेबो केहीण जाणबीर, एणूकरी मोरो अंतना पाईबे नाथीबारु अधिकार।” अर्थात – कलियुग के अंत समय में यानि मध्य कलियुग में ही धीरे-धीरे सतयुग का आगमन होगा, परंतु सभी इस दिव्य परिवर्तन को समझ नही पाएंगे। लोगों के द्वारा युग अंत के विषय में चर्चा करते-करते ही कलयुग समाप्त हो जाएगा। “मैं आ चुका हूँ, और मेरे आगमन का व मेरे द्वारा किस प्रकार से पृथ्वी पर धर्म संस्थापना का कार्य…
महापुरुष श्री अच्युतानंद दास जी के द्वारा लिखी गयी भविष्य मालिका की दुर्लभ पंक्तियाँ व तथ्य- भविष्य मालिका में भगवान महाविष्णु और माँ महालक्ष्मी के दिव्य वस्त्राभूषण के विषय में वर्णित है कि द्वापर युग में ही भगवान श्रीकृष्ण ने भविष्य में आने वाले आद्य सत्ययुग के लिये गुप्त रूप से दिव्य वस्त्राभूषणों को सुरक्षित स्थान पर रखवाया था। “लख्मी नारायण श्रीअंग भूषण ग्रहण ग्रंथ सहिते, बिरजा खेत्ररे स्थापन गुपत तुम्भे देखीबे सख्याते।” अर्थात – माँ महालक्ष्मी एवं भगवान श्रीहरि के वही दिव्य वस्त्र और आभूषण जिसे द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण ने सुरक्षित रखवाया था। जिसे प्रत्येक युग…