इस वीडियो में, पंडित काशीनाथ-जी “अनंत-युग” के बारे में बात करते हैं जो पृथ्वी पर धर्म संस्थापन के बाद शुरू होगा। महाप्रभु “राम राज्य” की स्थापना करेंगे। मानव व्यवहार बदलेगा और प्रकृति में पूर्ण सामंजस्य रहेगा। समुद्र का पानी मीठा और खेती के काम आएगा। कृषि के लिए मौसम हमेशा अनुकूल रहेगा। बिजली की आवश्यकता नहीं होगी। सभी स्वस्थ रहेंगे और डॉक्टरों की कोई जरूरत नहीं होगी। सोने का इस्तेमाल करेंसी के तौर पर किया जाएगा। चांदनी तेज होगी और धूप कभी भी अत्यधिक गर्मी का कारण नहीं बनेगी। #पंडित श्री काशीनाथ मिश्र भागवत, रामचरित मानस और पंचसखा मलिका के…
Author: Satyanarayan Srivastava
विश्व सनातन धर्म सभा का हिस्सा बनने के लिए व्यक्ति के पास निम्नलिखित चीजों का होना आवश्यक है – 1. भगवान कल्कि के प्रति पूर्ण निष्ठावान होना चाहिए। 2. विश्व सनातन धर्म सभा में वर्णित नियमों का पालन करना चाहिए-जैसे- पूर्णतः शाकाहारी होना; दिन में तीन बार त्रि-संध्या करना; प्रतिदिन श्री मदभागवत महापुराण का पाठ करें। मनसा वाचा और कर्मण के द्वारा हिंसा का पूर्णतः त्याग। 3. धारा में वर्णित प्रभुजी के पांच शब्दों का पालन करना सीखें :- १. बात मानना सीखिए २. प्रतीक्षा करना सीखिए ३. प्रेम करना सीखिए ४. उपवास करना सीखिए ५.…
नवयुग की स्थापना में भक्तों की भूमिका- प्रभुजी कल्कि राम जी ने धर्म संस्थापन करने के लिए अवतार ले लिया है। वर्तमान समय 2022 में प्रभुजी किशोर के रूप में हैं। जब एक शुद्ध आत्मा को भविष्य मलिका के रहस्यों एहसास होता है और उसे प्रभुजी कल्किराम की अनुभूति प्राप्त होती है। तो उसके जीवन की दिशा, भूमिका और जिम्मेदारियां बदल जाती है। वह भक्त खुद को आने वाले अनंत युग के लिए खुद को तैयार करता हैं। प्रभु का सच्चा भक्त अन्य लोगों को भी भविष्य मलिका के प्रकाश के माध्यम से मार्ग दर्शन भी करता हैं। …
महापुरुष अच्युतानंद दास जी के द्वारा लिखी मालिका की कुछ दुर्लभ पंक्तियाँ व तथ्य- “तुम्भ सेवा काहू जाणीवी प्रभु जगोजी बन, प्रकुति माने भुलाइले सुधारस आप्यानो, राखिले रख जगन्नाथे नाही अन्य रखंता, तुम्भे ना रखिले भासिली प्रभु सुणि नाहुओचिंता।” अर्थात – भक्त कहता है भगवान से कि हे! प्रभु आपकी सेवा करने की क्षमता मुझ अधम में नहीं है। आप श्री भगवान की सेवा तो स्वयं ब्रह्माजी व महादेव भी करने में असमर्थ रहे। समस्त ब्रह्मांड के सभी देवतागण भी एकत्रित होकर आपकी सेवा करने में असक्षम ही रहे। आदिकाल में जब आप ने अपने पादपद्म को स्वर्गलोक…
पंडित काशीनाथ-जी सबसे बड़े भूकंप की तीव्रता (रिक्टर पैमाने पर 16.5) बताते हैं जो पृथ्वी पर कुल विनाश और अकल्पनीय भौगोलिक परिवर्तन का कारण बनेगा। इतिहास में सबसे बड़ा भूकंप 9 से थोड़ा अधिक तीव्रता का था। कलियुग के अंत में आने वाला आखिरी भूकंप 16.5 तीव्रता का होगा और इससे पृथ्वी के उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव की स्थिति बदल जाएगी। सूर्य पश्चिम से उदय होगा। हालांकि, महाप्रभु के भक्तों को बिल्कुल भी चिंता करने की जरूरत नहीं है। वे अमर हो जाएंगे और अनंत सुख का आनंद लेंगे। #पंडित श्री काशीनाथ मिश्र भागवत, रामचरित मानस और पंचसखा मलिका के…
पंडित काशीनाथ-जी प्रकृति और मानव समाज में परिवर्तन के बारे में बात करते हैं जो कलियुग समाप्त होने पर दिखाई देगा। भविष्य मलिका में, महापुरुष अच्युतानंद ने ऐसे परिवर्तनों के बारे में विस्तार से लिखा है (जैसे गलत मौसम में फल देने वाले आम और नीम के पेड़, रात में कोयल गाएगी)। कई अजीबोगरीब जैविक बदलाव भी होंगे। महिलाएं चार-पांच बच्चों को जन्म देंगी। गायें भैंसों को जन्म देंगी। पुरुषों और महिलाओं में लिंग परिवर्तन होगा। प्राकृतिक आपदाएँ (जैसे बाढ़, बेमौसम बारिश, चक्रवात) बार-बार आती रहेंगी और मौसम कृषि कार्य के लिए अनुकूल नहीं रहेगा। #पंडित श्री काशीनाथ मिश्र भागवत,…
पंडित काशीनाथ जी भूकम्प के पृथ्वी पर अविश्वसनीय प्रभाव का वर्णन जारी रखते हैं। भविष्य मलिका में, महापुरुष अच्युतानंद ने उल्लेख किया है कि एक भूकंप के कारण पूरी पृथ्वी 3 बार हिल जाएगी और सभी बड़े भवन, पुल और अन्य सभी मानव निर्मित संरचनाएं नष्ट हो जाएंगी। सूर्य पश्चिम से उदय होगा, सूर्य का प्रकाश ग्रीष्मकाल में भी अधिक गर्म नहीं होगा और चन्द्रमा का प्रकाश अधिक चमकीला होगा। महाप्रभु कल्किराम की कृपा से केवल शुद्ध भक्त ही इस संक्रमण काल को बनाए रख पाएंगे। #पंडित श्री काशीनाथ मिश्र भागवत, रामचरित मानस और पंचसखा मलिका के सर्वश्रेष्ठ विश्लेषक हैं।…
पंडित काशीनाथ मिश्र निकट भविष्य में पाच तत्वों से होने वाली तबाही का वर्णन करते हैं। प्रकृति को प्रदूषित करने की कीमत मानव जाति को चुकानी पड़ेगी। भविष्य मलिका के अनुसार, भारत, चीन, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, इंडोनेशिया और थाईलैंड में कई प्राकृतिक आपदाएं और एक बड़ा भूकंप आएगा जिससे करोड़ों लोगों की मौत हो जाएगी। हालांकि, महाप्रभु कल्किराम की शरण में जाने वाले धर्मी लोगों को कुछ नहीं होगा। #पंडित श्री काशीनाथ मिश्र भागवत, रामचरित मानस और पंचसखा मलिका के सर्वश्रेष्ठ विश्लेषक हैं। कल्कि अवतार कलियुग की सच्चाई और भगवान विष्णु के अवतार को कवर करने वाले दुनिया के अग्रणी चैनलों…
इस वीडियो में पंडित काशीनाथ-जी तीसरे विश्व युद्ध के दौरान जानमाल के भारी नुकसान के बारे में बात कर रहे हैं। भविष्य मलिका के अनुसार, 140 करोड़ में से केवल 33 करोड़ लोग युद्ध और धर्म-संस्थापन के पूरा होने के बाद जीवित रहेंगे। प्रत्येक गाँव में कुछ ही भक्त जीवित होंगे और उनके पास खाने के लिए कोई भोजन नहीं होगा। महाप्रभु के नामजप से ही वे जीवित रहेंगे। महाप्रभु कल्किराम सनातन-धर्म की स्थापना करेंगे और पूरे विश्व पर 1009 वर्ष राज करेंगे। #पंडित श्री काशीनाथ मिश्र भागवत, रामचरित मानस और पंचसखा मलिका के सर्वश्रेष्ठ विश्लेषक हैं। कल्कि अवतार कलियुग…
महापुरुष अच्युतानंद दास जी के द्वारा लिखी मालिका की कुछ दुर्लभ पंक्तियाँ व तथ्य- “एमोनतो व्याधिए कहुंतो आसिबो नर अंगरे प्रकासो, मुखोरुतो रक्तो उदगारो होइबो सकल होईबे नासो।” अर्थात – आने वाले समय में सभी मनुष्य एक ऐसा समय भी देखेंगे, जब लोगों के मुँह से रक्त की उल्टियाँ होने लगेगी। उस समय बहुत से लोग जिन्होंने पाप किया है, ऐसे पापी लोगों की मृत्यु होगी। महापुरुष इस विषय में पुनः लिखते हैं- “आद्य वैद्य ठारे प्रकाश होइबो अरे अन्य हेबे नास बैद्य नास जेबे होइबो बारंगो अउके होइब धँसो।” अर्थात – उपचार करने वालों के ऊपर…